सीएम केजरीवाल का केंद्र से सवाल: पिज्जा की होम डिलीवरी हो सकती है तो राशन क्यों नहीं? (फाइल फोटो)
सारी तैयारियां हो चुकी थी लेकिन 2 दिन पहले ही अचानक बंद क्यों कर दिया? इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया गया है कि हमने केंद्र सरकार से इसकी मंजूरी नहीं मांगी है, यह गलत है।
इसके अलावा, अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हमने एक बार नहीं बल्कि पांच बार आपकी मंजूरी मांगी है।” कोई कानूनी स्वीकृति की आवश्यकता नहीं है। राशन की होम डिलीवरी क्यों नहीं होनी चाहिए? राशन माफिया के साथ खड़े होंगे तो गरीबों के साथ कौन खड़ा होगा? उन 70 लाख गरीबों का क्या होगा जिनका राशन माफियाओं ने चुरा लिया है?
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘अगर इस देश में स्मार्टफोन और पिज्जा की होम डिलीवरी हो सकती है तो राशन क्यों नहीं? प्रधानमंत्री जी, आपको राशन माफिया से क्या सहानुभूति है? उन गरीबों की कौन सुनेगा? केंद्र ने कोर्ट में हमारी योजना पर आपत्ति नहीं की तो अब क्यों खारिज किया जा रहा है? कई गरीब लोगों की नौकरी चली गई है। लोग बाहर नहीं जाना चाहते, इसलिए हम घर-घर जाकर राशन भेजना चाहते हैं। ‘
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