मृतक की फाइल फोटो
बरनाला 4 जून (आशीष शर्मा)
इस अवसर पर बोलते हुए, भारतीय किसान संघ, सिद्धूपुर के जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, करनैल सिंह गांधी ने कहा कि गांव सहजरा के बसंत सिंह पिछले पांच महीनों से दिल्ली में कृषि कानूनों के लिए चल रहे संघर्ष में लड़ रहे थे। वह एक भूमिहीन किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। लेकिन स्पष्ट विवेक के साथ वे दिल्ली में किसान आंदोलन में शामिल थे। लेकिन उनके संघर्ष के दौरान दुखद रूप से उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि मृतक किसान की शहादत पर किसान संगठन ने पंजाब सरकार और परिवार के एक सदस्य से सरकारी नौकरी के लिए पांच लाख रुपये मुआवजे की मांग की है. क्योंकि सरकार ने शहीद किसानों के परिवारों के लिए यह ऐलान किया है. ये मांगें पूरी होने तक मृतक किसान का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। अगर सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती है तो वे मृतक किसान का शव बरनाला-लुधियाना मुख्य मार्ग पर रख कर विरोध करेंगे.
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