Istockphoto.com
पिका डिसऑर्डर एक आम समस्या है। एक अध्ययन के अनुसार 10 से 20 प्रतिशत बच्चे इस विकार से पीड़ित हैं।
अमेरिकन वेबसाइट पीडियाट्रिकैन्कल डॉट कॉम के मुताबिक 1 से 7 साल की उम्र के बच्चों में मिट्टी, चाक या इसी तरह की चीजें खाने की आदत बहुत आम है। वेबसाइट के मुताबिक, माता-पिता कभी-कभी इस आदत के कारण अपने बच्चों को डराते हैं और कुछ उन्हें पीटना भी शुरू कर देते हैं। हालांकि, उन्हें इसके बजाय चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
डॉक्टरों के मुताबिक बच्चों की गंदगी खाना एनीमिया का संकेत है। कुछ माता-पिता अपने बच्चों को विशेष रूप से स्तनपान कराते हैं, जिससे एनीमिया हो सकता है। यह समस्या बच्चों के आहार में अनाज, दाल या सब्जियों की कमी के कारण भी होती है। अगर किसी बच्चे को गंदगी खाने की आदत है तो इससे ऑटिज्म नाम की बीमारी भी हो सकती है। यूएस नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) के अनुसार, एक बच्चा तब तक गंदगी खाता है जब तक कि वह संतुष्ट न हो जाए कि उसका पेट भर गया है।
एनसीबीआई के अनुसार, यदि आप अपने बच्चे में ये लक्षण देखते हैं, तो आपको तुरंत अपने बच्चे को आयरन की कमी के इलाज के लिए दवाएं देना शुरू कर देना चाहिए। साथ ही बच्चों को बताएं कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। उन्हें यह बताना जरूरी है कि उन्हें क्या फायदा होगा और क्या नुकसान हो सकता है। बच्चों में जिंक की कमी भी पिका का एक कारण हो सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार इस विकार के लिए आप किसी पोषण विशेषज्ञ की सलाह ले सकते हैं। बच्चों के खान-पान की मदद से इसे दूर किया जा सकता है।
.