सरकार ने दी चेतावनी- कोरोना टीकाकरण के बाद दस्तावेज सोशल मीडिया पर साझा न करें
टीकाकरण प्रमाणपत्र उन कागजातों को संदर्भित करता है जो कोरोना वैक्सीन दिए जाने के बाद जारी किए जाते हैं। यह या तो हार्ड या सॉफ्ट कॉपी हो सकता है। टीकाकरण के तुरंत बाद इसे एक मोबाइल नंबर पर भेज दिया जाता है और लोग इसे तुरंत शेयर कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि साइबर सुरक्षा के मामले में ऐसा नहीं है?
शेयर करने से सावधान #टीकाकरण सोशल मीडिया पर सर्टिफिकेट pic.twitter.com/Tt9vJZj2YK
– साइबर दोस्त (वाईसाइबरडॉस्ट) 25 मई, 2021
एक साइबर मित्र के ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट ने लोगों को CVID-19 वैक्सीन प्रमाणपत्र ऑनलाइन साझा न करने की चेतावनी दी। टीकाकरण प्रमाण पत्र में नाम, उम्र और लिंग और अगली खुराक की तारीख सहित कई विवरण शामिल हैं। पोस्ट ने कहा कि जानकारी का इस्तेमाल जालसाजी के लिए किया जा सकता है। ऐसे में आपको सावधान रहना होगा।
साइबर दोस्त गृह मंत्रालय द्वारा विकसित एक सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जागरूकता उपकरण है। ट्वीट में साझा की गई तस्वीर में लिखा है: ‘कोविड -19 टीकाकरण प्रमाणपत्र में व्यक्ति का नाम और अन्य व्यक्तिगत विवरण शामिल हैं। आपको अपने वैक्सीन प्रमाणपत्र को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करने से बचना चाहिए, क्योंकि साइबर अपराधी इसका इस्तेमाल आपको धोखा देने के लिए कर सकते हैं।
.